US New York Mayor Election Results 2025
अमेरिका में मंगलवार 4 नवम्बर को मेयर चुनाव के लिए वोट डाले गए। सभी की नजरें न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद पर टिकी थी, जहां डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने चुनाव जीत लिया है। ममदानी ने 10 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए हैं। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के दूसरे कार्यकाल में यह पहला राष्ट्रीय चुनाव है, और इसके नतीजे वर्तमान वॉइट हाउस प्रशासन के प्रति देश के मूड पर भी प्रकाश डालेंगे। न्यूयॉर्क शहर के मेयर चुनाव के अलावा, न्यू जर्सी और वर्जीनिया के गवर्नर चुनाव पर भी लोगों की नजर है।
भारतीय मूल के ममदानी (34) का जन्म अफ्रीकी देश युगांडा में हुआ है और न्यूयॉर्क शहर में पले-बढ़े हैं। वह मशहूर फिल्ममेकर मीरा नायर और महमूद ममदानी के बेटे हैं। वह न्यूयॉर्क राज्य असेंबली के सदस्य और डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट हैं। ममदानी का मुकाबला निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे न्यूयॉर्क के पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा से हो रहा है। शहर के मौजूदा महापौर एरिक एडम्स सितंबर में इस पद की दौड़ से बाहर हो गए थे। उनके कार्यकाल के दौरान कई प्रशासनिक अनियमितताएं सामने आई थीं।
न्यूयॉर्क मेयर चुनाव के बारे में
न्यूयॉर्क सिटी का मेयर चुनाव अमेरिका के सबसे प्रतिष्ठित और प्रभावशाली शहरी चुनावों में से एक है।
इस पद को अमेरिका के “दूसरे सबसे शक्तिशाली राजनीतिक पद” के रूप में भी देखा जाता है।
मेयर न केवल शहर के प्रशासन, बल्कि बजट, परिवहन, आवास, शिक्षा, पुलिस और जलवायु नीतियों पर भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
चुनाव प्रक्रिया
न्यूयॉर्क में मेयर का चुनाव हर चार वर्ष में होता है।
चुनाव प्रत्यक्ष रूप से सीधे नागरिकों के वोट से होता है।
उम्मीदवार अक्सर डेमोक्रेटिक या रिपब्लिकन पार्टी से होते हैं, हालांकि स्वतंत्र उम्मीदवार भी भाग लेते हैं।
मतगणना के बाद सबसे अधिक वोट पाने वाला उम्मीदवार मेयर बनता है।
न्यूयॉर्क मेयर: जोहरान ममदानी
नए मेयर जोहरान ममदानी भारतीय मूल के हैं और “डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स ऑफ अमेरिका (DSA)” के सदस्य भी हैं।
ममदानी (50.4% वोट) ने पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो (41.6% वोट) को पराजित किया, जो एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे थे।
यह जीत अमेरिका में "डेमोक्रेटिक सोशलिज्म" (Democratic Socialism) के विचार को मुख्यधारा की राजनीति में स्थापित करने वाला महत्वपूर्ण क्षण माना जा रहा है।
ममदानी ने किराया फ्रीज, सार्वभौमिक बाल देखभाल, सार्वजनिक किराना दुकानें, मुफ्त बस सेवा और सस्ती आवास योजना जैसी नीतियों का वादा किया।
उनका एजेंडा “डिकमॉडिफिकेशन” (Decommodification) पर आधारित है, यानी आवश्यक मानवीय जरूरतों को बाज़ार के बजाय सामाजिक अधिकार के रूप में स्थापित करना।
उन्होंने 90,000 से अधिक स्वयंसेवकों के समर्थन से चुनाव जीता, जो एक सामूहिक आंदोलन की शक्ति को दर्शाता है।
संत रविदास: भक्ति काल के महान समाज सुधारक और संत
संत रविदास: भक्ति काल के महान समाज सुधारक और संत संत रविदास (Saint Ravidas) जिन्हें रैदास या रोहिदास के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय भक्ति आंदोलन के एक
संत कबीर दास: भक्ति काल के महान कवि और समाज सुधारक
संत कबीर दास: भक्ति काल के महान कवि और समाज सुधारक संत कबीर दास (Kabir Das) भारतीय इतिहास के भक्ति काल (15वीं शताब्दी) के सबसे प्रभावशाली संत, रहस्यवादी
श्री गुरु नानक देव जी: सिख धर्म के संस्थापक
श्री गुरु नानक देव जी: सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी: सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी (1469–1539) सिख धर्म के
Our Latest Blog