नगालैंड का हॉर्नबिल महोत्सव: संस्कृति, परंपराएँ और पर्यटन
हॉर्नबिल महोत्सव – नगालैंड परिचय भारत के प्रधानमंत्री ने हॉर्नबिल महोत्सव के 25 वर्ष पूर्ण होने पर नगालैंड के लोगों को शुभकामनाएँ दी हैं। नगालैंड
विज्ञान की प्रमुख शाखाएँ एवं उनका प्रारंभिक ज्ञान
1. भौतिकी (Physics)
भौतिकी वह विज्ञान है जो प्रकृति में घटने वाली सभी भौतिक घटनाओं—जैसे बल, गति, ऊर्जा, प्रकाश, ताप, ध्वनि और विद्युत—का अध्ययन करता है। इसमें यांत्रिकी, ऊष्मागतिकी, प्रकाशिकी, ध्वनिविज्ञान, विद्युत–चुंबकत्व और आधुनिक भौतिकी (क्वांटम, नाभिकीय, परमाणु) जैसे क्षेत्र शामिल हैं। मोबाइल, टीवी, वाहन, उपग्रह, रॉकेट, MRI, GPS जैसे आधुनिक उपकरण और तकनीकें भौतिकी के अध्ययन से ही विकसित हुई हैं, इसलिए भौतिकी सभी वैज्ञानिक खोजों की आधारशिला मानी जाती है।
2. रसायन विज्ञान (Chemistry)
रसायन विज्ञान पदार्थों की संरचना, गुण, परिवर्तन और रासायनिक अभिक्रियाओं का विज्ञान है। यह तीन मुख्य भागों—कार्बनिक, अकार्बनिक और भौतिक रसायन—में विभाजित होता है, साथ ही जैव रसायन और विश्लेषणात्मक रसायन जैसी विशेष शाखाएँ भी शामिल हैं। दवाइयों, उर्वरकों, सौंदर्य प्रसाधनों, प्लास्टिक, उद्योगों, खाद्य प्रसंस्करण, जल शोधन और अनेक उत्पादों का निर्माण रसायन विज्ञान के सिद्धांतों पर आधारित है, इसलिए यह आधुनिक जीवन का अनिवार्य विज्ञान है।
3. जीव विज्ञान (Biology)
जीव विज्ञान जीवित प्राणियों—पौधों, जानवरों और मनुष्यों—के जीवन, संरचना, कार्य, उत्पत्ति, प्रजनन और अनुवांशिकताओं का अध्ययन करता है। इसमें कोशिका विज्ञान, मानव शरीर क्रिया विज्ञान, वनस्पति क्रिया विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान और अनुवांशिकी जैसे महत्वपूर्ण भाग आते हैं। चिकित्सा, नर्सिंग, फार्मेसी, कृषि, सूक्ष्मजीव अनुसंधान और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में जीव विज्ञान का अत्यधिक योगदान होता है, इसलिए यह जीवन को समझने की मूलभूत विज्ञान शाखा है।
4. खगोल विज्ञान (Astronomy)
खगोल विज्ञान पृथ्वी से बाहर के ब्रह्मांड का अध्ययन है जिसमें ग्रह, तारे, उपग्रह, आकाशगंगाएँ, ब्लैक होल, नेबुला और अंतरिक्षीय घटनाएँ शामिल होती हैं। यह ब्रह्मांड के उद्गम, संरचना और विकास को समझने के साथ-साथ ग्रहों की गति, अंतरिक्ष विकिरण और अंतरिक्ष तकनीकों का भी अध्ययन करता है। GPS, उपग्रह संचार, मौसम पूर्वानुमान और अंतरिक्ष मिशनों जैसे आधुनिक अनुप्रयोग इस विज्ञान पर आधारित हैं, इसलिए खगोल विज्ञान मानव की अंतरिक्ष यात्रा का मार्गदर्शक विज्ञान है।
5. भूविज्ञान (Geology)
भूविज्ञान पृथ्वी की बाहरी और आंतरिक संरचना, सतह परिवर्तन, चट्टानों, खनिजों, भूकंप, ज्वालामुखी, प्लेट विवर्तनिकी और जीवाश्मों का अध्ययन करता है। यह विज्ञान पृथ्वी के इतिहास, विकास और संसाधनों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खनन, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, धातु उद्योग, जल प्रबंधन, पर्यावरण भूविज्ञान और भूकंप पूर्वानुमान जैसे क्षेत्रों में भूविज्ञान का बड़ा योगदान है, जिससे यह पृथ्वी-विज्ञान की श्रेष्ठ शाखाओं में गिना जाता है।
6. पर्यावरण विज्ञान (Environmental Science)
पर्यावरण विज्ञान जीवों और उनके वातावरण के बीच संबंधों तथा पर्यावरणीय समस्याओं—जैसे प्रदूषण, वैश्विक तापन, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता क्षरण, ओजोन परत क्षति—का अध्ययन करता है। यह विज्ञान प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, सतत विकास, पर्यावरण नीति, पर्यावरणीय आपदाओं के प्रबंधन और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्तमान समय में पर्यावरण संरक्षण मानव अस्तित्व के लिए अनिवार्य आवश्यकताओं में से एक है।
7. कंप्यूटर विज्ञान (Computer Science)
कंप्यूटर विज्ञान सूचना प्रसंस्करण, कंप्यूटरों की कार्यप्रणाली और आधुनिक डिजिटल तकनीकों का अध्ययन है। इसमें प्रोग्रामिंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीन लर्निंग, साइबर सुरक्षा, डेटाबेस, नेटवर्किंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और वेब विकास जैसे क्षेत्र शामिल होते हैं। आज का डिजिटल विश्व—मोबाइल ऐप, इंटरनेट बैंकिंग, रोबोटिक्स, ई-गवर्नेंस, उद्योग ऑटोमेशन—कंप्यूटर विज्ञान पर ही आधारित है, इसलिए यह 21वीं सदी की सबसे तेजी से विकसित होने वाली विज्ञान शाखा है।
8. कृषि विज्ञान (Agricultural Science)
कृषि विज्ञान खेती, मिट्टी, बीज, पौधों के पोषण, सिंचाई, कीट-रोग प्रबंधन, कृषि मशीनरी, फसल उत्पादन और कृषि अर्थशास्त्र का वैज्ञानिक अध्ययन है। इसका उद्देश्य कृषि को अधिक आधुनिक, सुरक्षित, उत्पादनशील और टिकाऊ बनाना है। उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक, जैविक खेती, ड्रिप सिंचाई, फसल चक्र, ग्रीन हाउस तकनीक और कृषि के यंत्रीकरण के पीछे कृषि विज्ञान का ही योगदान है। यह मानव भोजन सुरक्षा का मूल विज्ञान है।
9. वनस्पति विज्ञान (Botany)
वनस्पति विज्ञान पौधों की संरचना, वर्गीकरण, वृद्धि, प्रजनन, कोशिका, ऊतक, प्रकाश संश्लेषण, पौध हार्मोन, बीज निर्माण और पौधों की शारीरिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है। यह विज्ञान पौधों के जीवन चक्र, पारिस्थितिक संबंधों और पर्यावरण में उनकी भूमिका को समझने में सहायक है। कृषि, बागवानी, दवा उद्योग, औषधीय पौधों के अध्ययन और पर्यावरण संरक्षण में वनस्पति विज्ञान अत्यंत उपयोगी है।
10. प्राणी विज्ञान (Zoology)
प्राणी विज्ञान जानवरों की संरचना, व्यवहार, प्रजनन, वर्गीकरण, विकास, शरीर क्रिया विज्ञान, अंग तंत्र और पारिस्थितिक संबंधों का अध्ययन करता है। इसमें सूक्ष्म से लेकर विशाल जीवों तक सभी पशु प्रजातियाँ शामिल होती हैं। पशु चिकित्सा, पशुपालन, मत्स्य पालन, जैव विविधता संरक्षण और पर्यावरण संतुलन जैसे क्षेत्रों में प्राणी विज्ञान का महत्वपूर्ण योगदान है, जिससे यह जैव विज्ञान की प्रमुख शाखाओं में से एक बनती है
।
11. सूक्ष्म जीव विज्ञान (Microbiology)
सूक्ष्म जीव विज्ञान बैक्टीरिया, वायरस, फंगस, शैवाल और प्रोटोज़ोआ जैसे सूक्ष्म जीवों का अध्ययन करता है जिन्हें नंगी आँख से नहीं देखा जा सकता। यह विज्ञान रोगजनन, प्रतिरक्षा विज्ञान, टीका विकास, दवा निर्माण, खाद्य गुणवत्ता, पानी की शुद्धि और जैव-प्रौद्योगिकी में अत्यंत महत्वपूर्ण है। वैक्सीन, एंटीबायोटिक, दही-पनीर निर्माण, पानी की जाँच और रोग नियंत्रण सभी सूक्ष्म जीव विज्ञान पर आधारित हैं।
12. जैव प्रौद्योगिकी (Biotechnology)
जैव प्रौद्योगिकी जीवित कोशिकाओं, जीनों और जैविक प्रणालियों का उपयोग कर नई तकनीकें और उत्पाद विकसित करने वाला विज्ञान है। इसमें DNA तकनीक, जीन इंजीनियरिंग, CRISPR, टिश्यू कल्चर, क्लोनिंग, बायोफार्मास्यूटिकल्स और GM फसलें शामिल हैं। इसका उपयोग वैक्सीन विकास, दवा निर्माण, रोगों की जीन आधारित चिकित्सा, कृषि सुधार, खाद्य तकनीक और औद्योगिक उत्पादों के निर्माण में अत्यधिक होता है। यह आधुनिक विज्ञान की सबसे उन्नत और संभावनाशील शाखा है।परत का है
.
हॉर्नबिल महोत्सव – नगालैंड परिचय भारत के प्रधानमंत्री ने हॉर्नबिल महोत्सव के 25 वर्ष पूर्ण होने पर नगालैंड के लोगों को शुभकामनाएँ दी हैं। नगालैंड
संचार साथी ऐप: आपकी डिजिटल सुरक्षा का नया पहरेदार भारत सरकार ने डिजिटल सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। डिपार्टमेंट
कॉमनवेल्थ गेम्स 2030: भारत को मिली मेजबानी, खिलाड़ियों के खिले चेहरे — बोले, “अब देश का सितारा चमकेगा” Commonwealth Games 2030: भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स
Our Latest Blog
Frequently Asked Question
A mobile/ computer/ laptop/ tablet and an internet connection.
Yes, we have the feature in our online platform that provides 2-way
interaction between teacher and student during the live online session.
To ask any question, a student can request the tutor to provide the
audio controls through the chat box.
Before starting the academic classes we conduct a technical
orientation class where we explain about tools and troubleshooting as
well as make sure that your system is working fine and there will not be
any problem during the live session. During the entire duration of the
class, an administrator (with technical knowledge) will be present in
the class. If a student faces a technical problem, he/ she can just
message to the administrator (contact details of the administrator will
be available to the student) and the administrator will then help you in
resolving the technical issue.
All the live classes are recorded for future reference. If a student
misses a class due to any reason then he/she can access the recorded
class later at any time.
Similar to normal classroom coaching: Taking an online class from our
platform is very simple. Whenever the class starts, your mobile/ laptop
screen becomes a blackboard and you can see the video of the teacher.
Two-way interaction between teacher and student: It’s not like the
teacher speaks and the student listens only. The communication is
two-way. There is a chat box where you can enter your doubt or query and
the teacher will respond accordingly. Anytime the student can request
for the audio control from the teacher and can ask his/ her doubt.
Online coaching is not expensive: The fee for online classes is less
than offline coaching. There is no need to relocate to a different city
or in a hostel, which saves expenses. Attend classes from experienced
teachers at your home only.
Recordings of the classes: After every class, the recording of the
entire class will be provided to students. The students can watch them
any number of times they want. If you miss a class due to some reason,
you will have the recording of the exact class that was conducted. This
facility you can never get in traditional coaching.
Saves travelling time: There is no need to travel for hours when you can
have the option of getting quality teaching at your place only. Our
digital platform connects the student with the best teachers, right from
your home.
Access quality teachers anywhere: There is no chance of missing the
classes even if you are out of station. Have your mobile with you and
take classes from anywhere you want.
After you submit a request for the free online demo class
, we will call you and explain the
complete process for attending the demo class.
Yes, all students will get hard copy study material
through the courier at their home. The study material
will cover the complete syllabus of your target exam.
Preparation can be started after 12th
Quick Links
WhatsApp us