नया जीएसटी रेट 2025

जीएसटी काउंसिल की बुधवार को हुई मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए। 8 साल पुरानी इस व्यवस्था में कई बड़े बदलावों को मंजूरी दी गई। बैठक के बाद काउंसिल की चेयरमैन और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बारे में जानकारी दी।

जीएसटी सुधार 2025 क्या हैं?

अब जीएसटी केवल दो स्लैब में होगा 5% और 18% पहले की 12% और 28% की दरें हटा दी गई हैं। वहीं, लक्जरी (महंगी कारें, यॉट्स और प्राइवेट एयरक्राफ्ट) और सिन गुड्स (जैसे तंबाकू, पान मसाला, एरेटेड ड्रिंक्स) पर 40% कर लगेगा। इससे व्यवस्था और सरल होगी और टैक्स चोरी पर अंकुश लगेगा।

जीएसटी सुधार 2025 की मुख्य बातें

कम जीएसटी दरें – दवाइयों, खाद्य पदार्थों और रोजमर्रा की चीजों पर टैक्स घटाया गया। छोटे व्यापारियों के लिए राहत – अब जीएसटी रिटर्न फाइलिंग आसान और पेनल्टी कम होगी। स्टार्टअप्स को बढ़ावा – नए व्यवसायों और स्टार्टअप्स के लिए जीएसटी दरें 2025 में विशेष छूट दी गई। डिजिटल फाइलिंग सिस्टम – ऑनलाइन रिटर्न और रिफंड की प्रक्रिया तेज़ और सरल। सेक्टर-वाइज लाभ – शिक्षा, स्वास्थ्य और निर्माण क्षेत्र में नए जीएसटी रेट 2025 से लागत कम होगी।

आम आदमी के लिए फायदे

  • रोजमर्रा के सामान सस्ते होंगे।

  • हेल्थकेयर और शिक्षा पर खर्च घटेगा।

  • जीएसटी सुधार 2025 से पारदर्शिता और भरोसा बढ़ेगा।

कब से लागू होंगी नई दरें?

नई दरें 22 सितंबर से लागू होंगी। यह दिन नवरात्रि की शुरुआत है, जब देशभर में त्योहारों की खरीदारी तेज हो जाती है। वित्त मंत्री को उम्मीद है कि 375 वस्तुओं पर टैक्स कटौती से उपभोग और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
सीतारमण ने भरोसा दिलाया कि बार-बार टैक्स दरों में बदलाव नहीं किया जाएगा। हालांकि, कुछ विपक्षी शासित राज्यों ने जीएसटी काउंसिल की बैठक में राजस्व नुकसान की आशंका जताई। इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि नुकसान केवल राज्यों को नहीं, बल्कि केंद्र को भी होता है। लेकिन जब लोगों की जेब में पैसा जाएगा, तो सरकार सिर्फ अपनी कमाई की चिंता नहीं कर सकती।